Medical Reforms
आदरणीय महोदय, हाल ही में सिटीजन्स गवर्नेंस संस्था द्वारा चिकित्सा क्षेत्र में सुधार हेतु सुझाव प्रस्तुत करने के लिए एक गोष्ठी का आयोजन किया था । गोष्ठी में अनुभवी समाजसेवियों एवं लोकप्रिय डॉक्टर्स ने भाग लिया। इसमें दिए गए कुछ सुझाव आपके विचारणार्थ एवं आवश्यक कार्यवाही हेतु प्रस्तुत हैं।
1. मेडिकल क्षेत्र में उच्च स्तर व् ईमानदारी के लिए केवल सरकारी कालेज में ही मेडिकल की पढ़ाई हो । इसे आरक्षण से भी मुक्त रखा जाये। 2. प्रत्येक जिले में कम से कम एक सरकारी मेडिकल कालेज अवस्य हो तथा इनके स्तर को AIIMS के सामान करने के लिए जीडीपी का 5% इस क्षेत्र में खर्च हो । जिला चिकित्सालय, मेडिकल कालेज के सुपरवीजन में काम करें। 3. नेशनल मेडिकल कमीशन प्राइवेट क्षेत्र में CGHS की तर्ज पर टेस्ट, कंसल्टेशन फी, ट्रीटमेंट की अधिकतम दरें तय करे। 5. दवा की दरो पर नियंत्रण, रेगुलर सैंपल चेकिंग और नकली दवा बेचने पर आजीवन कारावास एवं बनाने पर मृत्युदंड का प्रावधान होना चाहिए । 6. मूलभूत स्वास्थ्य सुविधायें सरकार की प्राथमिक जिम्मेदारी है। ये सभी के लिए निशुल्क होनी चाहिए। अमीर आयकर व अन्य टैक्स पहले से ही देते हैं उन्हें भी निशुल्क मिलनी चाहिए । यदि आवश्यक हो तो नया टैक्स लगाया जा सकता है। तभी ये क्षेत्र भ्रस्टाचार से मुक्त हो सकता है । बीमा व्यवस्था केवल भ्रस्टाचार को और बढ़ावा दे रही है। 7. ग्रामीण क्षेत्र में स्वास्थ्य सुविधा के लिए प्रत्येक जिले के मेडिकल कॉलेज को सुपरवीजन एवं धन दिया जाये । प्रत्येक मेडिकल स्टूडेंट को कम से कम 3 वर्ष ग्रामीण क्षेत्र में निवास के साथ सेवा( वेतन के साथ ) करने पर ही डिग्री दी जाये ।
स्वास्थ्य सेवाओं पर ये सरकारी निवेश आबादी और गरीबी दोनों को कम करने के लिए बहुत जरुरी है । जय हिन्द
( उमेश वर्मा )